आखिर कब तक सरकार बच्चों के भविष्य के साथ खेलती रहेगी
आ को चाहिएएक उम्र असर होने तक
कौन जीता हैतेरे जुल्फ के सर होने तक
मन की तगल्लुफ नहीं करोगे
किसी भी देश का भविष्य वहां के लोगों के विकास के ऊपर निर्भर करता है और वहां के युवाओं के मेहनत, निष्ठा, अनुशासन और देश के प्रति उनका प्रेम, उसे देश को ऊंचाइयों पर ले जाता है। जी हां दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं | हाल ही में होने वाले एसएससी एग्जाम के कैंसिलेशन के विषय पर ।ssc द्वारा 1 अगस्त को एग्जाम करवाना था लेकिन ऐन मौके पर ssc द्वारा एग्जाम को कैंसिल कर दिया गया। करण जो की विस्तार से बताया नहीं गया सीधे तौर पर कह दिया गया की एग्जाम कैंसिल हो गया है ।इस बात को लेकर पूरे देश पूरे के युवाओं में आक्रोश फैल गया, आखिर कब तक सरकार उनके भविष्य के साथ खेलती रहेगी।युवाओं द्वारा दिल्ली की और कुछ किया गया।दिल्ली में उन्होंने जंतर मंतर पर अपना प्रदर्शन किया धरना दिया,उनके द्वारा सवाल पूछा गया सरकार से की आखिर ऐसा क्यों होता है कि जब भी कोई एग्जाम होने वाला होता है या फिर हो जाए हो गया रहता है उसका प्रश्न पत्र लीक हो जाता है या फिर ,पहले से ही क्वेश्चन आउट हो जाता है इस बार प्रश्न पत्र तो लिक नहीं हुआ लेकिन पूरा एग्जाम ही कैंसिल हो गया।एससी ने एग्जाम को कंडक्ट कराने की जिम्मेदारी Ediquity technology नामक कंपनी को दी, जिसके ऊपर पहले से ही बहुत सारे आरोप चल रहे थे | Question scam करने के विषय पर 2020 में खुद डायरेक्टरेट जनरल ऑफ ट्रेनिंग ने यह डिक्लेयर किया कि यह कंपनी किसी भी ऑनलाइन कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम करने के लायक नहीं इस सब के बाद भी एडेक्विटी को ही एग्जाम कंडक्ट करने की जिम्मेदारी दी जाती है तो उसमें गलती किसकी है और यह पहला मामला नहीं है, जहां पर एग्जाम कैंसिल हो गया या फिर ediquity प्रश्न पत्र leak हो गया, पिछले 7 सालों से लगातार ऐसा ही हो रहा है, कोई भी ऐसी परीक्षा नहीं जहां पर प्रश्न पत्र के लीक होने का मामला न आया हो।
2022 में भी ediquity को मध्य प्रदेश में teacher eligibility test का contract दिया गया,ediquity ने कमीशन लेकर यह contract राजस्थान बेस्ड sai educational private limited को subcontract कर दिया, नतीजा यह निकला कि question leak हो जाता है और एग्जाम कैंसिल हो जाता है इसी तरह 2023 में मध्य प्रदेश में ediquity कोpublic selection board का एग्जाम कंडक्ट कराने का कांटेक्ट दिया यहां भी उसी तरह से क्वेश्चन लिंक हो जाता है एग्जाम कैंसिल हो जाता हैइतने फर्जी वाले के बाद भी एडेक्विटी को ही कॉन्ट्रैक्ट मिलता रहा, यह समझ नहीं आता कि सरकार कि क्या मनोदशा है,यह सीधे तौर पर सरकार के गैर जिम्मेदार होना सूचित करता है, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने भी 2022 में एइक्विटी को कंप्यूटर बेस्ड एक्जाम कंडक्ट कराने का कॉन्ट्रैक्ट दिया जिसमें मार्च 2023 में महाराष्ट्र गवर्नमेंट द्वारा फिर से maharashtra common entrance test cell द्वारा MBA Exam conduct कराने का contract दिया । क्या हमारे स्टूडेंट और उनका भविष्य इन कॉरपोरेट कंपनी पर टिकी है । इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार TCS के खिलाफ एक कंप्लेंट दर्ज किया जाता है की TCS और उसके स्टाफ एग्जाम कंडक्ट कराने में प्रॉब्लम क्रिएट कर रहे हैं यह कंप्लेंट एग्जीक्यूटिव द्वारा दर्ज की जाती है अब क्या यही दिन देखना रह गया था दो कंपनी आपस में कुत्तों की तरह लड़े और सरकार तमाशा देखे, हाल ही में UPSC जैसी प्रतिष्ठित संस्थान पर भी क्वेश्चन पेपर ली का आरोप लगा, इसका आधार स्टूडेंट्स ने बताया कि गुजरात में पहली बार 300 स्टूडेंट Prelims कर जाते हैं गुजरात के अखबार में एक खबर छपी थी कि सोशल मीडिया पर एक REEL बहुत तेजी से वायरल हो रहा है की यूपीएससी का पेपर लीक हो चुका है राजकोट में 30000 में पेपर खरीदा जा सकता है ऐसी खबर छपने के बाद यदि इस स्टेट से ऐसे रिजल्ट आए तो उससे मन में सवाल तो उठेगा कि गुजरात में अचानक इतने पढ़ाकू कब पैदा हो गए। एक स्टूडेंट ने यूपीएससी से आरटीआई के माध्यम से जब अपना marksheet ,cutoff,answer key,OMR SHEET इत्यादि की मांग की तो कमीशन ने साफ शब्दों में कहा कि फाइनल रिजल्ट अभी डिक्लेअर नहीं हुआ इसलिए कोई भी इंपोर्टेंट इनफार्मेशन शेयर नहीं किया जाएगा। यही नहीं 2024 का नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट भी कंट्रोवर्सी के घेरे में रहा। एक पैन इंडिया इंटरेस्ट एग्जाम है जहां स्टूडेंट मेडिकल में एडमिशन के लिए की जान लगाते हैं और वह भी एग्जाम रिजल्ट जिसे 14 जून 2024 को रिलीज होना था, उसे 4 जून 2024 को ही रिलीज कर दिया गया ठीक चुनाव के नतीजे वाले दिन जिस समय लोकसभा का चुनाव की गिनती हो रही थी उसका रिजल्ट 4 जून को ही निकलना था उसी दिन यह रिजल्ट क्लियर कर दिया गया रिजल्ट में देखा गया कि आठ टॉपर्स के सीरियल नंबर काफी करीब थे। 67 स्टूडेंट का परफेक्ट स्कोर 720 था कुछ स्टूडेंट का स्कोर 718, 719 था जो की इंपॉसिबल था अकॉर्डिंग टू मार्किंग स्कीम। स्टूडेंट, पैरंट, अपोजिशन के हल्ला मचाने के बाद जांच हुई और अप्रैल 2025 को इसका मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को पटना से गिरफ्तार किया गया।
2025 में बहुत सारे लड़कों को सस्पेंड कर दिया,12 लड़कों का एडमिशन कैंसल कर दिया इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट बताती है कि पिछले 7 सालों में 70 पेपर लीक हो चुका है यानी 2 करोड़ युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया गया है सरकार इंक्वारी बैठाकर निश्चित हो जाती है उसका कोई परिणाम नहीं निकलता यह सरासर या यू कहे तो यह सरकार की और एग्जाम कंडक्ट करवाने वाली कंपनी के मिली भगत के कारण ही ऐसा होता है। बार-बार QUESTION LEAK होना कोई आम बात नहीं है,कोई छोटी बात नहीं है। बिना प्रशासनिक निष्क्रमन्यता यह संभव ही नहीं। 2016 के बाद मानो LEAK का भूचाल आ रखा है। किसी state का एग्जाम हो या centeral का, पेपर लीक हो ही जाता है आखिर ऐसा क्यों होता है सरकार क्यों ब्लैक लिस्टेड कंपनी को ही एग्जाम कंडक्ट कराने का काम देती है भ्रष्टाचार खत्म करना और युवाओं को रोजगार देने के नाम पर ही सरकार सत्ता में आई थी अब यही सरकार इन सब SCAM पर अपना पल्ला झाड़ने दिख रही है ऐसा नहीं है कि सरकार को यह सब पता नहीं सरकार ने जून 2024 में एक एक्ट लाया,पब्लिक एग्जामिनेशन एक्ट 2024, जिसका उद्देश्य पेपर लीक जैसी समस्याओं को खत्म करना था इस एक्ट के आने के बाद भी वही अगर हो रहा है तो कहीं ना कहीं यह जिम्मेवारी सरकार की ही है।
एसएससी से सेविद्यार्थियों की मांगे
1. एडेक्विटी को बना करो।
2. एग्जाम कैलेंडर के साथ-साथ इसी नोटिस में रिजल्ट डेट भी बताई जाए, एग्जाम कैलेंडर जारी का तारीख यूपीएससी की तरह निर्धारित हो
नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया पारदर्शी और न्याय पूर्ण हो।
3. एक्जाम लेवल एक्जाम क्वालीफिकेशन के हिसाब से होप्रश्न पत्र गलतना हो एवं एक ही प्रश्न अलग-अलग पालियां में न पूछा जाए।
4. किसी भारती में सफल हुए अभ्यर्थियों की नियुक्ति इस भर्ती के दोबारा आने से पहले हो ।
5. हर परीक्षा की वेटिंग लिस्ट जारी हो।
6. परीक्षा केंद्र की दूरी कम से कम हो और चुने हुए ऑप्शंस में से एग्जाम सेंटर हो चाहे ऑप्शन तीन की जगह पांच भरवाओ।
7. एग्जाम सेंटर बहुत इंटीरियर में नहीं दिए जाने चाहिए जहां पहुंचना भी किसी अभ्यर्थियों के लिए दुर्गम हो।
8. किसी भी केंद्र पर प्रशिक्षित स्टाफ हो और जो प्रतिबंध अभ्यर्थियों के लिए है वही कक्ष निरीक्षक के लिए।
9. केंद्र पर किसी भी अभ्यर्थी से दुर्व्यवहार न हो
10. टेक्निकल ग्लिचकी समस्या बिल्कुल ना हो।

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